थेट
मराठी काव्य, मराठी व इंग्रजी पुस्तकाचे अभिप्राय,सुविचार मांडण्याचा प्रयत्न....
Wednesday, May 09, 2012
हालात के कदमो पर सिकंदर नहीं गिरता
एक असाच कुठेतरी ऐकलेला शेर
हालात के कदमो पर सिकंदर नहीं गिरता
टुटा कोई तारा जमीं पर नहीं गिरता
गिरते है शौक से दर्या समंदर में
लेकिन समंदर किसी दर्या में नहीं गिर
ता
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