थेट
मराठी काव्य, मराठी व इंग्रजी पुस्तकाचे अभिप्राय,सुविचार मांडण्याचा प्रयत्न....
Wednesday, May 16, 2012
कोशिश
कोशिश
चंद्रगुप्त : "किस्मत पहले हि लिखी जा चुकी है तो कोशिश करने से क्या मिलेगा ?
चाणक्य : " क्या पता किस्मत में लिखा हो की कोशिश से ही मिलेगा."
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment